नईदिल्ली। आम बोलचाल की भाषा में उसे 'बिजली पैदा करने वाला ट्यूबवेल' ही कहेंगे। पानी वाला ट्यूबवेल धरती की गहराईं में जमा पानी बाहर निकाल लाता है, ठीक उसी प्रकार अलीगढ़ के भौतिक विज्ञानी और सिंघानिया यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो.आर स्वरूप ने जो मशीन बनाई है वो जमीन की गहराईयों से बिजली की तरगें खींच लाती है। भारत सरकार ने इस चमत्कारी मशीन पर क्या प्रतिक्रिया दी पता नहीं लेकिन जापान के प्रधानमंत्री ने जरूर इसकी जमकर तारीफ की है।
बता दे कि प्रो. स्वरूप ने एक क्रियाशील मॉडल बनाया है। जिसमें भूकंप के बिना ही धरती के गर्भ में होने वाले साधारण कंपनों से निकलने वाली ध्वनि तरंगों को यांत्रिकी उपकरणों के माध्यम से विद्युतीय ऊर्जा में बदलने का सार्थक काम संभव हुआ है।
जापानी प्रधानमंत्री शिंजे अबी के कार्यालय ने इस शोध की एक रिपोर्ट मांगी है। प्रो. स्वरूप ने यह रिपोर्ट भेज दी है। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को भी इस घटनाक्रम से अवगत कराया है।