
बता दे कि प्रो. स्वरूप ने एक क्रियाशील मॉडल बनाया है। जिसमें भूकंप के बिना ही धरती के गर्भ में होने वाले साधारण कंपनों से निकलने वाली ध्वनि तरंगों को यांत्रिकी उपकरणों के माध्यम से विद्युतीय ऊर्जा में बदलने का सार्थक काम संभव हुआ है।
जापानी प्रधानमंत्री शिंजे अबी के कार्यालय ने इस शोध की एक रिपोर्ट मांगी है। प्रो. स्वरूप ने यह रिपोर्ट भेज दी है। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को भी इस घटनाक्रम से अवगत कराया है।