
जेडीयू अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद शरद यादव ने कहा, ''मैंने इस बार अध्यक्ष बनने से साफ़ मना कर दिया था. मेरा कोई विकल्प हो सकता है, तो वो नीतीश ही हो सकते हैं। मैं अब थोड़ा अवकाश लेकर भविष्य में एक बड़ी पार्टी बनाने के दिशा में काम करूंगा। यह मेरा सपना है और इसी दिशा में यह मेरा पहला क़दम है।
देश में इतनी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं कि अब बड़ी पार्टी की ज़रूरत महसूस हो रही है। भविष्य में लोगों को बड़े पैमाने पर इकट्ठा होना पड़ेगा। वो कहते हैं कि पार्टी का विस्तार करना होगा। पहले जनता दल दूसरा सबसे बड़ा दल था। बीजेपी नहीं थी लेकिन बाद में जनता परिवार का बड़े पैमाने पर बिखराव हो गया।
इस बिखराव को फिर से कैसे गोलबंद किया जाए इस पर काम करना है। इस सिलसिले में राष्ट्रीय लोक दल और झारखंड विकास मोर्चा के साथ हमारी बातचीत क़रीब अंतिम मुकाम तक पहुंच गई है। हमारा मक़सद एनडीए का विकल्प बनाने की है। हम मुलायम सिंह यादव को आगे करके एक बड़ी पार्टी बनाना चाहते थे लेकिन वह प्रयास सफल नहीं हुआ। इसके बाद नया रास्ता यह पकड़ा हमने।