
सेबी और सहारा के बीच लंबे समय से चल रही कानूनी लड़ाई को दिलचस्प मामला करार देते हुए दातार ने यह भी कहा कि जैसा कि यह लाइन चलती है कि 'पिक्चर अभी बाकी है’, हमें नहीं मालूम कि यह हमें कब और कहां ले जाएगा। राय को 4 मार्च, 2014 को राष्ट्रीय राजधानी की तिहाड़ जेल में भेजा गया था और तब से वह जेल में हैं।
शुक्रवार शाम को ‘सहारा बनाम सेबी’ मामले पर एक व्याख्यान में प्रसिद्ध अधिवक्ता दातार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई की एक प्रॉपर्टी से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान राय को देश नहीं छोड़ने को कहा था। उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पेश होने को कहा, राय ने एक आवेदन दायर कर कहा कि वह भारत छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह कारोबारी चर्चा के लिए बिल क्लिंटन और टोनी ब्लेयर से मिलने के लिए भारत छोड़ना चाहते हैं। यह बात दस्तावेज पर है। दातार ने कहा कि बाद में अदालत ने राय को पेश होने के लिए कहा और इसके बाद राय ने एक हलफनामा दायर कर कहा कि उनकी मां की तबीयत बहुत खराब है कि वह लखनऊ नहीं छोड़ सकते।