आगरा। पुलिसकर्मी के हाथों रेप पीड़ित एक छात्रा ने पुलिस लाइन में साइबर क्राइम के सेमीनार के दौरान आला अधिकारियों के सामने ही न्याय की गुहार लगा दी। सेमिनार में पीडि़ता की शिकायत सुनने के बाद मामले की जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
मामला मैनपुरी के घिरोर थाने की चौकी का है। पीड़िता की उससे मुलाकात एक विवाद के दौरान हुई थी। चौकी पर तैनात सिपाही ने विवाद सुलझा दिया। इसके बाद सिपाही ने मदद के बहाने उसके घर आना-जाना शुरू कर दिया। करीब सवा वर्ष पहले वह बाजार गई, तो सिपाही वहां मिल गया। उसे घर छोडऩे के बहाने बाइक पर बैठा चौकी ले गया। वहां धमकी देकर उससे दुष्कर्म किया, मामला दबाने के लिए शादी का आश्वासन दिया।
इसके बाद सिपाही ने उसका शारीरिक शोषण शुरू कर दिया। इस दौरान उसने करीब दर्जन बार गर्भपात कराया। एक साल पहले इस सिपाही ने अपना स्थानांतरण जीआरपी, आगरा में करा लिया। दो फरवरी 2015 को छात्रा को भी बहला फुसलाकर साथ यहां ले आया। रामबाग में किराए पर कमरा लेकर उसे कई माह तक रखा। गर्भवती होने पर सिपाही ने उसका गर्भपात करा दिया।
छात्रा का आरोप है उसके दलित होने के कारण सिपाही शादी से इन्कार कर रहा है। उससे पीछा छुड़ाने के लिए जहर मिला शर्बत पिला दिया। मकान मालिक के सूचना देने पर मैनपुरी से आई मां ने उसे मरणासन्न हालत में ट्रांस यमुना स्थित अस्पताल में भर्ती कराया।