
वन्यजीवों के जानकार व प्रयास संस्था के सचिव अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने फरवरी 2016 में पत्नि व एनआरएचएम की क्षेत्रीय संयुक्त संचालक डॉ. किरण शेजवार, पारिवारिक सदस्य शशि ठाकुर के साथ कर्नाटक के जंगलों में घूमने गए थे, जिसका खर्च मप्र ईको टूरिज्म बोर्ड ने उठाया। इस दौरे में बोर्ड के सीईओ विनय बर्मन और बोर्ड की ही संविदा कर्मचारी वर्षा परिहार भी थीं। दुबे का कहना है कि वन मंत्री के परिजन बोर्ड के खर्च पर कर्नाटक की यात्रा कैसे कर सकते हैं। यह यात्रा 11 से 16 फरवरी तक थी। दुबे का आरोप है कि दौरा कार्यक्रम से यह स्पष्ट है कि उनकी कर्नाटक सरकार के अधिकारियों से कोई चर्चा नहीं हुई। परिवार के सदस्यों को बोर्ड के खर्च पर ले जाना उल्लंघन है।