प्रशिक्षण के नाम पर श़िक्षकों का पसीना निकाल रहे हैं परियोजना अधिकारी

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। मप्र अध्यापक संयुक्त मोर्चा जिला इकाई अनूपपुर द्वारा 21 अप्रैल को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग की कि जिला परियोजना समन्वयक द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश में नवाचार के नाम पर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों/अध्यापकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। प्रशिक्षण स्थल में न तो पानी और न ही गर्मी से बचने की समुचित व्यवस्था होती है। इतने भीषण गर्मी में कभी भी कोई अप्रत्याशित घटना हो सकती है। 

शिक्षको/अध्यापको को दूरांचल से आना पडता है वहीं इस समय तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है और मई में बढकर 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाएगा। इस भीषण गर्मी में जो शिक्षक/अध्यापक साईकिल से दोपहर यात्रा करके शिक्षण प्राप्त करने आएगे उन्हे लू लगने की संभावना बढ जाएगी। ऐसी स्थिति में यदि कोई अप्रत्याशित घटना होती है तो उसकी पूरी जवाबदारी संबंधित अधिकारी जिला परियोजना समन्वयक एवं जिला कलेक्टर की होगी। 

मप्र अध्यापक संयुक्त मोर्चा अनूपपुर ने बताया कि पिछले सत्र में कराए गए ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण के लिए अध्यापक संवर्ग को न तो कोई अर्जित अवकाश दिया गया और न ही कोई यात्रा व्यय ही दिया गया। जिस पर उन्होने ग्रीष्मकालीन अवकाश में कराए जा रहे प्रशिक्षण में रोक लगाए जाने की मांग की है। वहीं प्रशासन ने नवाचार के लिए कहा कि इस वर्ष अध्यापकों को मानदेय दिया जायेगा और कम से कम एक सप्ताह का प्रशिक्षण प्रत्येक अध्यापकों को अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण स्थल पर हम दो भृत्य अलग से भेजकर पीने के पानी के लिए व्यवस्था कराएंगे तथा अन्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा जायेगा ताकि प्रशिक्षण द्वारा अध्यापकों को किसी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पडे।

कलेक्टर बोले 
इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जांच के आदेश दिये गये हैं।
एन एस परमार
कलेक्टर अनूपपुर

इस बार अध्यापकों को मानदेय दिया जायेगा इसके लिए व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रशिक्षण स्थल पर पीने के पानी से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जायेगा ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
के व्ही एस चौधरी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत अनूपपुर

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