
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्लीमनाबाद (कटनी) थाने के ग्राम अमोच में अनंत कुमार (नन्दू) पिता सीता राम 32 वर्ष की लाश गाँव से ढाई किमी दूर बालाजी डम्प खदान के पास झाड़ियों में अधजला कंकाल मिला जिसको जानवरों ने भी नोंच खाया था। मृतक की शिनाख्त कंकाल के पास पड़े कपड़ों से हुई। घटना को अंजाम देने में मृतक अनंत हल्दकार की पत्नि सपना एवम मृतक का दोस्त राजेन्द्र (छोटेभाई) हल्दकार ने दिया जिसने योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर सबूत मिटाने के लिए लाश ले जाकर जंगल में जला दिए थे।
🏻प्रेमी संग रची हत्या की साजिश
मृतक अनंत के पिता सीताराम ने बताया की अनंत कुमार और राजेन्द्र (छोटेभाई) दोनों दोस्त थे जिस वजह से राजेन्द्र (छोटेभाई) का अनन्त के घर आना जाना होता था और इन्ही नजदीकियों के चलते अनंत की पत्नि सपना के प्रेम संबद्ध राजेन्द्र से बन गए और दोनों ने मिलकर अनंत की हत्या की साजिश रच डाली। अनन्त की शादी करीब अठारह वर्ष पहले छपरा गाँव में हुई थी।जिसके दो बच्चे भी हैं ।
🏻ऐसे रची हत्या की साजिश
मृतक की शादी के अठारह वर्ष बीत जाने के बाद अनंत की पत्नि सपना बाई के संबद्ध पति के दोस्त से राजेन्द्र (छोटेभाई) से हवस मिटाने के चलते बन गए। जिसके बाद दोनों ने अनंत को बीच से अलग करने के लिए गला दबाकर हत्या कर दी और लाश जला दी। मृतक की पत्नि सपना और राजेन्द्र (छोटेभाई) में नजदीकियां पिछले ढेड़ वर्ष से बनी। जिसकी भनक तक अनंत कुमार को नही थी और इसी का फायदा उठाते हुए राजेन्द्र ने फोन करके अनंत को जंगल की तरफ दो अप्रैल की शाम को बुलाया और हत्या करके लाश को जला दिया। परिजनों को सन्देह होने के बाद पुलिस ने राजेन्द्र उर्फ़ छोटेलाल और अनंत की पत्नि सपना बाई से कड़ी पूछताछ की जिसके बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुये पूरी घटना बताई और उस स्थान पर ले गए जहां गला दबा कर मारने के बाद लाश ले जाकर जलाई थी। जिस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुये दोनों को हिरासत में ले लिया है।