
दरअसल, आदिवासी विकास और कल्याण विभाग को महू के आयोजन के लिए नोडल विभाग बनाया है। विभाग से 7 अप्रैल को एक पत्र (क्र. पीएमएस-66) सभी कॉलेजों के निदेशक और प्राचार्यों के पास पहुंचा। सहायक आयुक्त के हस्ताक्षर से जारी आदेश में स्पष्ट लिखा है कि 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री का संबोधन होना है। अपनी संस्था के 100 विद्यार्थियों को संस्था की बस सहित एक अध्यापक के साथ अपने व्यय पर भेजने की व्यवस्था करें। भेजे जाने वाले विद्यार्थी, शिक्षक और ड्रायवर-कंडक्टर आदि के मोबाइल नंबरों के साथ सूची सहायक आयुक्त को भेजने के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
परीक्षा चल रही, कॉलेज नाराज
कॉलेज प्रशासन की मनमानी से नाराज है। दरअसल कई कोर्स में अभी सेमेस्टर परीक्षा चल रही है। सिंहस्थ के चलते होस्टल भी खाली करवा लिए गए हैं। कॉलेज वाले परेशान हैं कि ऐसी स्थिति में सौ-सौ छात्र जुटाना मुश्किल है। उस पर कॉलेज के छात्रों को बिना उसकी मर्जी महू तक ले जाना शिक्षकों के लिए भी मुमकिन नहीं है।
हां, प्रशासन का आदेश
अतिरिक्त संचालक उच्चशिक्षा डॉ.आरएस वर्मा ने मामले पर शनिवार दोपहर कॉलेज प्राचार्यों की बैठक भी बुला ली। डॉ.वर्मा के मुताबिक कॉलेजों को निर्देश दे दिया गया है। कॉलेजों को पालन करना ही है वे मना क्यों करेंगे। जिनकी परीक्षा है उन कोर्स को छूट दी गई है। हमारे पास प्रशासन की ओर से आदेश आया था। सरकारी कॉलेजों के पास बस नहीं है तो उनके लाने-ले जाने की व्यवस्था करना प्रशासन का जिम्मा है।