
रात 12:40 बजे भोपाल से उज्जैन के लिए पहली स्पेशल ट्रेन रवाना होना है, पर अब तक उसका अनाउंसमेंट एक बार भी नहीं हुआ है। टिकट कहां से मिलेगी, गाड़ी किस प्लेटफॉर्म से जाएगी उसकी जानकारी भी नहीं मिल रही है। टिकट के लिए कई लोग प्लेटफॉर्म नंबर एक से वापस आ रहे हैं, जबकि प्लेटफॉर्म नंबर छह पर ही टिकट विंडो है। श्रद्घालु एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर भटकते नजर आ रहे हैं। यह हालात रेलवे द्वारा समुचित सूचना व्यवस्था लोगों को मुहैया नहीं कराने के कारण बनी हुई हैं। स्पेशल ट्रेनों का टाइम टेबल सिर्फ एक जगह लगा है वह भी एक छोटे से बोर्ड पर।
तैयार नहीं हुए शौचालय
नगर निगम ने प्लेटफॉर्म छह की तरफ पंडाल लगाए हैं, लेकिन यहां एक भी शौचालय नहीं है। पंडाल के पीछे 20 शौचालय बनाए जा रहे हैं। बुधवार रात 12ः30 बजे तक पाइप बिछाने का काम ही चल रहा है। इसके लिए सड़क भी खोद दी गई है। इस पंडाल में करीब 200 लोग रुके हैं। प्लेटफॉर्म एक के रैंप व एफओबी को वन-वे करने के लिए रस्सियां बांधी जा रही थीं।
आधी रात में शुरू हुआ पार्किंग शिफ्ट का काम
रात 10.40 बजे नगर निगर और ट्रैफिक पुलिस ने प्लेटफॉर्म छह की तरफ से दोपहिया और चार पहिया वाहन हटाने का काम शुरू किया। यहां खड़े दोपहिया और चार पहिया वाहनों को हटाकर ट्रैफिक थाने में ले जाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि भीड़ बढ़ने पर गुरुवार या शुक्रवार को स्टेशन को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया जाएगा।
ये व्यवस्थाएं अभी भी अधूरीं
छह नंबर प्लेटफॉर्म की ओर दो शेड लगाए गए हैं, पर उनमें बिजली नहीं है।
ठंडे पानी के लिए 8 वॉटर कूलर रखे हैं, पर उनमें पानी नहीं है।
नए एफओबी पर अब तक कोई डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगाया जा सका है।
प्लेटफॉर्म पर पंखे लगे हैं, पर बिजली का कनेक्शन नहीं होने के कारण वे सिर्फ शो-पीस बने हुए हैं।
छह और एक नंबर प्लेटफॉर्म की ओर कुछ अतिक्रमण हटना भी अभी बाकी है।