OMG! बांग्लादेश में हुई दुनिया की सबसे बड़ी साइबर चोरी

बांग्लादेश में दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी साइबर चोरी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। हैकरों ने बांग्लादेश के सेंट्रल बैंक के कम्प्यूटर तंत्र में सेंध लगाकर करीब एक अरब डॉलर की राशि पर हाथ साफ कर दिया है।

बैंक के दो अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि अज्ञात हैंकरों ने बांग्लादेश के सेन्ट्रल बैंक के कम्प्यूटर तंत्र में'मेलवेयर'नामक सॉफ्टवेयर लगाकर कई सप्ताह तक निगरानी की कि कैसे बैंक के अमेरिकी खाते से रुपये निकाले जा सकते हैं। मेलवेयर एक ऐसा खतरनाक सॉफ्टवेयर है जो बिना आपकी जानकारी के कम्प्यूटर में इंस्टॉल कर दिया जाता है और उससे खुफिया जानकारियां चोरी की जाती है।

ऐसी आशंका है कि चार और पांच फरवरी के बीच हैकरों ने बांग्लादेशी बैंक के कम्प्यूटर तंत्र में यह साफ्टवेयर इंस्टॉल किया और न्यूयार्क के फेडरल रिजर्व बैंक के इसके खाते से करीब एक अरब डॉलर की राशि निकाल ली। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ यह पता लगाने में जुटे है कि हैकरों ने कैसे इस साफ्टवेयर को इंस्टॉल किया।

अधिकारियों ने बताया कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि हैकरों ने बांग्लादेशी बैंक के कम्प्यूटर तंत्र की खामी का फायदा उठाते हुए इस सॉफ्टवेयर को लगा दिया।

अभी तक जांचकर्ताओं को इस अपराध में बैंक के किसी कर्मी की संलिप्तता का सबूत नहीं मिला है और जांच जारी है। इतिहास की सबसे बड़ी इस साइबर चोरी ने विशेषज्ञों के होश उड़ा दिए है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि हैकरों को बांग्लादेशी बैंक के अंदरुनी कामकाज की गहरी जानकारी होगी। अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश के सेन्ट्रल बैंक के मौजूदा खाते में अरबों रुपये जमा है, जिसका इस्तेमाल वह अंतरराष्ट्रीय कामकाज के लिए करता है।

बैंक अधिकारियों के अनुसार करीब आठ करोड़ डॉलर की राशि फिलीपींस भेजी गई और उसके बाद उसे वहां के कैसिनों के जरिए हांगकांग भेजा गया। दो करोड़ डॉलर की राशि श्रीलंका के एक गैर लाभकारी संगठन को भेजी गई। श्रीलंका में असाधारण रूप से इतने बड़े लेन-देन के कारण इस चोरी का पता चल सका।
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