
संगठन के अध्यक्ष अमित जानी ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए संदेश में कहा है कि अगर इन दोनों छात्रों ने दुर्गाअष्टमी के पहले 31 मार्च तक दिल्ली नहीं छोड़ी तो जेएनयू परिसर में घुसकर इन दोनों का काम तमाम कर दिया जाएगा।
संगठन कन्हैया कुमार के उस बयान से काफी नाराज है, जिसमें उसने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैनिक महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष अमित ने यहां तक कहा है कि यदि वह जेनएयू के इन दोनों छात्रों के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए तो राजनीति से सन्यास ले लेंगे।
उसने यह भी कहा है कि कोई चाहे तो उन्हें गाली दे सकता है, उनके परिवार वालों को गाली दे सकता है और यहां तक कि उनके धर्म के खिलाफ बोल सकता है। वह सब बर्दाश्त कर लेंगे लेकिन देश का गौरव मानी जाने वाली भारतीय सेना के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
विश्व महिला दिवस के अवसर पर कन्हैया ने यह बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर में हुई बलात्कार की घटनाओं के पीछे कुछ भारतीय सैनिकों का हाथ रहा है।
कन्हैया कुमार और उमर खालिद को जेएनयू में 9 फरवरी को आयोजित एक विवादित कार्यक्रम में मौजूद रहने के कारण देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों अंतिरम जमानत पर रिहा किए गए हैं।