डोभी। आज फ़िर एक सहायक शिक्षक बगैर पदोन्नति पाये ही अपने मूल पद से ही सेवानिवृत हो गया। वैसे विगत माहों मे दर्जन भर शिक्षक बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत हो चुके है, रिटायरमेन्ट के समय भी वे अपने हृदय की यह वेदना छिपा न सके, अनेक बार वे अपनी पीडा बयान करते रहे और सहयोगी शिक्षकों के पास सिवाय उनके छलकते दर्द को देखने के सिवा कोई चारा ही नही बचा था।
जिस पदोन्नति मे कोई अलग से वित्तीय भार भी नही आ रहा था उसे 40 वर्ष की सेवावधि मे विभागीय अधिकारी कभी फ़ुरसत ही नही निकाल पाये और दूसरी ओर एक प्राचार्य का वेतनमान तक पहुच गये सहायक शिक्षक को बिना उस पद पर काम लिये ही वेतन देते रहने वाले निक्कमे अफसरों के कारण शासन को राजस्व की हानि भी बेवजह होती रही। जो कि किसी भी सरकारी व्यवस्था के लिये शर्मनाक स्थिति से कम नही है।
शासकीय प्राथमिक शाला डोभी जिला नरसिंहपुर से अपना शासकीय कर्तव्य पूर्ण कर चुके सहायक शिक्षक युवराज पटेल के सेवानिवृत्ति के समय उपस्थित हरेक जनमानस के दिमाग मे यही विचार कौन्ध रहे थे। बालक संकुल प्रान्गण मे आयोजित विदाई कार्यक्रम मे सादा लेकिन भावपूर्ण समारोह मे स्थानीय शिक्षको के साथ सहयोगी शिक्षक एसपी सोनी एवं ममता पालीवाल ने स्मृति चिन्ह एवं शाल देकर सम्मान प्रदान किया।
कार्यक्रम मे पूर्व विधायक भैयाराम पटेल ,जिला पंचायत सद्स्या वन्दना पटेल ,प्राचार्य एचएस शुक्ला,पीएल पटेल,एसपी त्यागी,प्रगति पटेल,राजेंद्र पटेल,आरडी पटेल,उषा पटेल,चन्द्रकला पटेल,प्रीतिलता शुक्ला,आरके शर्मा,उपस्थित रहे!सभी वक्ताओ ने आपके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अपने अनुभव सुनाकर आपकी गरिमा का बखान किया !युवराज पटेल के उदबोधन मे उनका सेवानिवृति पर शिक्षको के साथ हो रहे विभागीय शोषण और गैरशिक्षकीय बोझ के कारण बच्चो के साथ पूरा न्याय न कर पाने की टीस स्पषट झलक रही थी!साथी वक्ताओ ने भी उनकी बातो का समरथन करते हुए अपेक्षा की कि शासन को सिर्फ सरकारी स्कूल को बडावा देने के लिये व्यवहारिक और सरल नितियां लागू करने के लिये कदम उठाने चाहिये !कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रगति पटेल ने किया।