भोपाल। बीयू प्रबंधन ने वर्ष 2009-10 में सुरक्षा व्यवस्था का काम मे. आस्कर सुरक्षा एजेंसी को दिया था। तब से लगातार इसी संस्था को बिना टेंडर प्रक्रिया के काम दिया जा रहा है। शुरुआत में सुरक्षा व्यवस्था के लिए एजेंसी को जितना सालाना भुगतान किया जाता था, अब यह भुगतान बढ़कर तीन-चार गुना हो गया है। वर्ष 2009-10 से 2014-15 तक सुरक्षा एजेंसी को 4 करोड़ 30 लाख 44 हजार रुपए से अधिक का भुगतान किया गया है।
शुरुआत में सुरक्षा एजेंसी को 6 लाख 79 हजार 990 रुपए सालाना दिए जाते थे, जो अब बढ़कर 1 करोड़ 20 लाख 78 हजार 906 रुपए सालाना पहुंच चुकी है। बिना टेंडर प्रक्रिया अपनाए एक ही ठेकेदार की ठेका अवधि बढ़ाने को लेकर कई बार सवाल उठे, लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। नियमानुसार हर वित्तीय वर्ष में टेंडर प्रक्रिया अपनाकर नए सिरे से ठेका दिया जाना चाहिए, लेकिन यूनिवर्सिटी के अफसरों और ठेकेदार की मिलीभगत से न तो 6-7 साल में टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई और न ही ठेकेदार बदला गया।