मध्यप्रदेश के इंदौर में मुंबई, कोलकाता और दिल्ली जैसे शहरों के मुकाबले वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा है। देश के टॉप 10 शहरों में इंदौर का दूसरा नंबर आया है। यह आंकड़े जनसंख्या के अनुपात में वाहनों की बिक्री पर आधारित हैं। जिसका निष्कर्ष यह है कि इन शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बदतर हालत में है अत: लोगों को मजबूरन निजी वाहन उपयोग करना पड़ रहा है।
दोपहिया और चौपहिया वाहन रखने के शौकीनों को लेकर यह खुलासा हाल ही में शहरी विकास मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में किया है। ये रिपोर्ट देश के 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में परिवहन व्यवस्था को लेकर तैयार की गई है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर जनसंख्या के हिसाब से वाहन रखने के मामले में देश का दूसरा बड़ा शहर बनकर उभरा है। यहां प्रति हजार लोगों पर 560 वाहन हैं, जबकि कोयंबटूर में यह संख्या 577 है और ग्रेटर मुंबई में 90 है।
खास बात यह है कि मध्यप्रदेश के तीन शहर ग्वालियर, भोपाल और इंदौर इस टॉप 10 लिस्ट में शामिल हैं। इसका मतलब यह निकाला जा रहा है कि इन शहरों में पब्लिक टांसपोर्ट की बेहतर व्यवस्था नहीं है। इसी वजह से हर व्यक्ति वाहन रखना चाहता है। रिपोर्ट में बताया गया कि ग्वालियर में प्रति हजार लोगों पर 408 और भोपाल में 401 वाहन हैं।
ये हैं वो 10 शहर
कोयम्बटूर - 577
इंदौर - 560
जोधपुर - 559
जयपुर - 551
बेंगलुरु - 434
लखनऊ - 417
पुणे - 415
मदुरई - 412
ग्वालियर - 408
भोपाल - 401