
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 19-20 मार्च को अपनी कार्यसमिति की पहली बैठक बुलाने के संकेत दिए हैं। इसके पहले वह अपनी नई टीम की घोषणा करेंगे। इसके बाद ही राज्यों की सूची को हरी झंडी दे दी जाएगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संगठन के नेताओं ने अपनी ओर से होमवर्क कर लिया है। चौहान की नई टीम में जगह पाने के लिए संगठन के अनेक नेता सक्रिय हो गए हैं। चौहान ने पिछली कार्यसमिति में बदलाव न करते हुए केवल खाली पद ही भरे। अब नए कार्यकाल के लिए उन्होंने नई टीम बनाने की पूरी तैयारी कर ली है।
इनकी बदल गई भूमिका
मौजूदा टीम के महामंत्री बंशीलाल गुर्जर, मंत्री तपन भौमिक, प्रवक्ता विजेंद्र सिंह सिसोदिया और मीडिया प्रभारी डॉ. हितेष वाजपेयी की ताजपोशी निगम-मंडलों में हो चुकी है। संगठन में प्रदेश मंत्री रही पूर्व सांसद नीता पटैरिया सिवनी की जिलाध्यक्ष बन गईं हैं। इसलिए इनके स्थान पर नए नेताओं को जगह मिलेगी। कुछ पदाधिकारियों को पदोन्न्ति भी मिल सकती है।
रघुनंदन-मनोरंजन की भूमिका...
मौजूदा टीम के उपाध्यक्षों में रघुनंदन शर्मा लोकसभा अध्यक्ष के मानद सलाहकार बन चुके हैं। राकेश सिंह को शाह की टीम में जगह मिलने की संभावना है। विजेश लूनावत को छह महीने पहले ही जवाबदारी सौंपी गई है और उन्हें यथावत रखा जा सकता है। उन्हें सीएम का करीबी माना जाता है। संगठन चुनाव बेहतर ढंग से कराने वाले एवं केंद्रीय मंत्री तोमर के करीबी अजय प्रताप सिंह को महामंत्री पद मिल सकता है। ऊषा ठाकुर, अंजू माखीजा, अनुसुइया उइके एवं वेदप्रकाश शर्मा यथावत रह सकते हैं। संगठन महामंत्री अरविंद मेनन के नजदीकी मनोरंजन मिश्रा की भूमिका बदल सकती है।
गुर्जर की रुचि संगठन में
महामंत्रियों में विनोद गोटिया एवं अरविंद भदौरिया मेनन की भरोसेमंद माने जाते हैं। किसान आयोग के अध्यक्ष एवं महामंत्री की भूमिका संभाल रहे बंशीलाल गुर्जर की रुचि संगठन में ज्यादा है। उधर जातिगत समीकरण के चलते मनोहर ऊंटवाल यथावत रह सकते हैं, लेकिन मंत्री के रूप में सरतेंदु तिवारी, मदन मोहन गुप्ता की भूमिका बदल सकती है। तपन भौमिक और नीता पटैरिया के पद भी खाली होंगे। मीडिया प्रभारी बनने के लिए भी जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। कोषाध्यक्ष चेतन काश्यप एवं कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह की भूमिका को लेकर विचार-विमर्श का दौर जारी है। प्रवक्ताओं की टीम में नए चेहरे आने की संभावना है। चुनाव की दृष्टि से कांग्रेस के आरोपों का पलटवार एवं सशक्त ढंग से पार्टी का पक्ष रखने के लिए सक्रिय नेताओं को आगे लाया जाएगा।
ऐसा रहेगा टीम का स्वरूप
भाजपा संविधान के अनुसार अध्यक्ष को अपनी टीम में 25 प्रतिशत नए पदाधिकारी बनाने का अधिकार है। प्रदेश कार्यसमिति में 10 उपाध्यक्ष, 1 संगठन महामंत्री, 4 महामंत्री, 10 मंत्री एवं एक कोषाध्यक्ष रहते हैं। इनके अलावा कार्यालय प्रभारी, कार्यालय मंत्री, कार्यालय सह मंत्री एवं मीडिया प्रभारी का पद भी है। टीम में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है।