ग्वालियर। लखनऊ स्थित भारतीय शिक्षा परिषद विश्वविद्यालय से डीएड, बीएड की फर्जी डिग्री लेने वाले शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग इस विश्वविद्यालय की डिग्री मान्य नहीं होने के कारण ऐसे डिग्री धारक शिक्षकों पर नकेल कसने जा रहा है। इस वजह से ऐसे शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के लिए उनका पुराना रिकॉर्ड खंगाला जाएगा।
जिले में इस विश्वविद्यालय से डीएड, बीएड करने वाले संविदा शिक्षकों की संख्या करीब 100 से अधिक है। इस मामले में पहले भी विभाग द्वारा करीब एक साल पहले जांच कराई गई थी। इसमें ऐसे शिक्षकों का आंकडा सामने आया था। अब इस मामले में 4 संविदा शिक्षकों की सेवा मंगलवार को समाप्त करने के बाद विभाग ने ऐसे शिक्षकों की छंटनी की योजना तैयार कर ली है। एक कमेटी इन शिक्षकों के दस्तावेजों का एकत्रित कर जांच करेगी, ताकि ऐसे शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा सके।