
बैठक को संबोधित करते हुए श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि 31 मार्च को उनके नए कार्यकाल की प्रदेश कार्यसमिति की प्रथम बैठक आयोजित की जायेगी। जिसमें राष्ट्रीय संगठन की आकांक्षा के अनुसार कार्यक्रम संपन्न करने के लिए विचार विमर्ष किया जायेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में तय किया गया है कि राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के पश्चात 7 दिन में सभी प्रदेशो में कार्यसमिति की बैठक संपन्न हो और प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के पश्चात 7 दिन में जिले में कार्यसमिति की बैठक हो। इसी क्रम में 7 दिन में सभी मंडलों में कार्यसमिति की बैठकें संपन्न की जाए।
उन्होंने बताया कि पार्टी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125 वी जयंती, पं. दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी वर्ष के साथ ही गुरू गोविन्द सिंह, नानाजी देशमुख की पुण्य स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किए जाने का निश्चय किया है। इस दृष्टि से समग्र कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न करने के लिए सभी जिलों में और आवश्यकतानुसार मंडलों में तैयारी की जायेगी।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सहस्रबुद्धे, प्रभात झा भाग लेंगे
प्रदेश संगठन महामंत्री श्री अरविन्द मेनन ने बैठक में बताया कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में संगठन के प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, सांसद श्री प्रभात झा, केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान विशेष रूप से भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कार्यसमिति की आकांक्षा के अनुसार प्रदेश में तीन स्तरीय कार्यसमिति का शेड्यूल क्रियान्वित किया जायेगा। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का पत्रक मिलते ही जिले कार्यसमिति की तिथि की घोषणा कर देंगे और जिले की कार्यसमिति का पत्रक मिलते ही मंडल अपनी कार्यसमिति की बैठक की तिथि घोषित करेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतदान केन्द्र को वर्ष में 6 कार्यक्रम प्रतिबद्धता के साथ पूरे करना होंगे। 6 अप्रैल स्थापना दिवस हर मतदान केन्द्र पर आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उज्जैन महाकुंभ में पं.दीनदयाल विचार प्रकाशन द्वारा पौने 2 लाख वर्ग फुट का प्रागंण मंडप के लिए निष्चित किया है, जिसमें 1500 तीर्थयात्रियों, आगन्तुकों के निवास और भोजन की व्यवस्था रहेगी। साथ ही तीसों दिन यहां प्रवचन देने के लिए साधु संतों, विद्धानों को आमंत्रित किया जायेगा।
श्री अरविन्द मेनन ने बताया कि सिंहस्थ के दौरान 24 घंटे आगन्तुकों के भोजन के लिए व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए प्रदेश के सभी 761 मंडलों में परिवार संपर्क अभियान आयोजित किया जायेगा और इस अभियान के अंतर्गत आगन्तुकों के स्वागत के लिए एक मुठ्ठी अनाज और एक नोट लिया जायेगा।
छः की जगह सात मोर्चा होंगे, बारह प्रकोष्ठ गठित किए जायेंगे
श्री अरविन्द मेनन ने बताया कि पिछड़े वर्ग प्रकोष्ठ को मोर्चा का दर्जा दिए जाने के बाद अब 7 मोर्चे गठित किए जायेंगे। प्रमुख 12 प्रकोष्ठों में विधि, बुद्धिजीवी, व्यवसायिक, चिकित्सा, आर्थिक, सहकारिता, पूर्व सैनिक, सांस्कृतिक, बुनकर, शिक्षक, मछुआरा और व्यापारी प्रकोष्ठ गठित किया जायेगा। इनकी संरचना में एक संयोजक, दो सह संयोजक और पांच से ग्यारह सदस्यों की टीम बनायी जायेगी। स्थानीय आवश्यक्ताओं के अनुसार ऐच्छिक रूप से 5 प्रकोष्ठ गठित करने की केन्द्र ने अनुमति प्रदान की है। श्री अरविन्द मेनन ने बताया कि प्रदेश में 62 हजार मतदान केन्द्र से 2-2 कार्यकर्ताओं को 7 संभागीय केन्द्रों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। बैठक में प्रदेश कार्यसमिति की 31 मार्च को होने वाली बैठक की विषय सूची पर विस्तार से विचार किया गया और सुझाव आमंत्रित किए गए।