
एफआईआर के मुताबिक, लड़की के सौतेले पिता ने उसके साथ लगातार तीन महीने तक रेप किया। लड़की ने इसके खिलाफ केस दर्ज कराया था। शुक्रवार को मामले की सुनवाई थी। इस सुनवाई के दौरान लड़की को जज के सामने अपने बयान दर्ज कराने थे।
कोर्ट के स्टाफ ने एडिशनल सेशन जज विनोद यादव को मामले की पूरी जानकारी दी। स्टाफ ने जज को बताया कि लड़की के कोर्ट रूम में आने से कुछ मिनट पहले ही उसकी मां और दादी को कैम्पस में उससे बात करते देखा गया था। स्टाफ ने जज को ये भी बताया कि दोनों महिलाएं लड़की पर सौतेले पिता के खिलाफ बयान न देने का प्रेशर बनाते हुए उसे धमकी दे रहीं थीं।
जज ने क्या किया?
रोहिणी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज यादव ने फौरन दिल्ली पुलिस को ऑर्डर दिए कि वो दिल्ली में चाइल्ड सायकोलॉजिस्ट की लिस्ट तैयार करे। चाइल्ड सेक्स अब्यूज के मामलों में विक्टिम के बयान दर्ज कराने से पहले उनकी काउंसलिंग कराई जाए। जज ने कहा कि कई मामलों में विक्टिम पर बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाता है। इसे रोकने की जरूरत है।