राजस्थान। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान सोमवार को अपने गुस्से पर काबू नहीं पा सके और ऐसा कुछ बोल गए जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है।
हुआ यूं कि टोंक जिले के मालपुरा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में सोमवार को राष्ट्रीय भेड़ एवं किसान मेला आयोजित हुआ, जिसमें डॉ. बालियान मुख्य अतिथि थे। वे जब संस्थान की फील्ड विजिट कर वापस लौटे तो उन्हें एक के बाद एक तीन संगठनों के घेराव का सामना करना पड़ा।
मालपुरा के ज्वैलर्स और सवाई माधोपुर से आए खाद-बीज विक्रेताओं के घेराव से परेशान मंत्री बालियान मुख्य समारोह में पहुंचे ही थे कि वहां कई किसान अपनी-अपनी समस्याएं लेकर मंच पर पहुंच गए। इन्हीं में से एक किसान गिर्राज जाट, जो कि अरनिया कांकड़ का रहने वाला था, ने मंच पर जाकर केंद्रीय मंत्री को अपनी पीड़ा बयान करना शुरू कर दी।
गिर्राज का कहना था कि पिछले पंद्रह दिनों से उसके गांव में बिजली विभाग की लापरवाही से लाइट नहीं आ रही है, जिसके चलते उसके खेत पर लगे लगभग 300 से अधिक पौधे जलना शुरू हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने जब किसान को कार्यक्रम के बाद इस मामले में मिलने की बात कही तो उसने आत्महत्या करने के लिए कहा। इस पर मंत्री बालियान को गुस्सा आ गया और वह बोल बैठे कि-जा कर ले फिर।
इस पूरे मामले के बाद तुरंत ही मंच पर मौजूद अविकानगर के अधिकारी और सुरक्षाकर्मी किसान गिर्राज को मंच से हटाकर नीचे ले गए और फिर उसे पंडाल से बाहर कर दिया गया।