भोपाल। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की दसवे दिन भी अनिश्चितकालीन हडताल जारी रही जिसमें अपनी नौ सूत्रीय मांगो के लिये स्वास्थ्यकर्मी खूनी पत्र लिखा जिसमें या तो नियमित किया जा जाय या तो इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाय की मांग की।
हडताल के दस दिवस बीत जाने के बाद भी आज तक सरकार का कोई नुमाइंदा उपस्थित नही हुआ जबकि स्वास्थ्य सेवायें पूरी तरह से पटरी से उतर कर खाई में जा गिरी है फिर भी सरकार को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की चिंता नही है प्रदेश के 50 जिलो में स्वास्थ्य सेवाएं इस प्रकार से प्रभावित हैः-
- जननी सुरक्षा योजना एवं पूरी तरह से ठप्प
- कालसेंटर में लटका ताला
- दवाओं के वितरण की व्यवस्था चरमराई
- पैथालाजी जांचें नहीं हो पा रहीं।
- शासन के महत्वपूर्ण 14 साफटवेयर ठप्प
- आर.बी.एस.के कार्यक्रम पर प्रभाव
- आई.डी.एस.पी. की रिपार्ट ठप्प
- आर.एन.टी.सी.पी. कार्यक्रम बंद
- वैक्सीन कोल्डचैन प्रभावित