ग्वालियर। ट्रेनों के एसी कोच में चोरी करने वाले एक शातिर पीएसी (प्रोविंसियल आर्म्ड कांस्टेब्युलरी) के जवान को झांसी आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। यह दो साल से झांसी-ग्वालियर के बीच ट्रेनों के एसी कोचों में चोरी कर रहा था। इसकी निशानदेही पर पत्नी के कब्जे से 60 लाख स्र्पए कीमत का माल बरामद हुआ है।
इसने करीब आधा सैकड़ा चोरी की वारदातें कुबूल की हैं। जिन चोरी की वारदातों को इसने स्वीकार किया है, उनमें से करीब दर्जनभर वारदातों में एफआईआर ग्वालियर में हुई है। इसके लिए ग्वालियर जीआरपी भी पूछताछ के लिए झांसी जाएगी।
28 मार्च को झांसी से ग्वालियर आ रही श्रीधाम एक्सप्रेस के ए-2 कोच में बर्थ नंबर-26 पर सवार शिवांगी चौहान निवासी गुड़गांव का हैंड बैग चोरी कर एक वर्दीधारी युवक भाग निकला था। इसे बैग चोरी करने शिवांगी ने देख लिया था। उसने ग्वालियर जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। शिवांगी ने ट्रेन में मौजूद आरपीएफ स्टॉफ को बताया कि जिस युवक ने चोरी की वह उप्र पुलिस की वर्दी पहने हुआ था।
इसके बाद झांसी और ग्वालियर में अलर्ट किया गया। झांसी आरपीएफ ने अगले दिन सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो एक वर्दीधारी पुस्र्ष प्लेटफॉर्म-5 पर एसी कोच में चढ़ता-उतरता दिखा। सुबह करीब 4.30 बजे जब फिर श्रीधाम एक्सप्रेस झांसी पहुंची तो गश्त पर मौजूद आरपीएफ स्टॉफ ने देखा कि एक वर्दीधारी युवक पिट्ठू बैग लेकर उतर रहा है।
इसका चेहरा उससे मिल रहा था, जिसने शिवांगी का बैग चोरी किया था। इसके बाद तो आरपीएफ ने उसे प्लेटफॉर्म-1 के गेट के पास पकड़ लिया। उसके सामान की तलाशी ली तो बैग में 26 हजार स्र्पए नगद, सोने का हार, सोने की चेन, पेंडल, 2 जोड़ी कान के बाले, 2 सोने के कड़े मिले। उससे पूछताछ की तो उसने सबकुछ उगल दिया। उसकी पहचान धीरेन्द्र पुत्र उजियारे शर्मा निवासी ग्राम बढ़ईनपुरवा के रूप में हुई।
वह उप्र पीएसी की 33वीं बटालियन में आरक्षक है। उसने बताया कि वह पिछले दो साल से झांसी-ग्वालियर के बीच में ट्रेनों के एसी कोच में चोरी कर रहा है। उसकी निशानदेही पर जब आरपीएफ झांसी और जीआरपी झांसी ने दविश दी तो उसके घर पर उसकी पत्नी मिली। उसके पास से 15 आईफोन मोबाइल, 14 घड़ी, 6 कैमरे, सोने के जेवरात, साउथ सेन्ट्रल रेलवे का फ्री पास, कपड़े बरामद हुए। झांसी जीआरपी अभी भी इनसे पूछताछ कर रही है। जीआरपी को आशंका है कि और भी चोरी की वारदातों का खुलासा अभी हो सकता है।
पत्नी करती थी माल की देख-रेख
जीआरपी ने उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है। जीआरपी के मुताबिक चोरी के माल का पूरा हिसाब-किताब उसकी पत्नी ही रखती थी।