
सदन में जीएडी पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डा गोविंद सिंह को नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर छेड़ दिया। उन्होंने कहा कि आपने अभी बाहर कमलनाथ का समर्थन किया है। इस पर गोविंद सिह बोले कि सभी हमारे नेता हैं यहां तो आप हमारे नेता हो। इसी बहस में रामनिवास रावत खड़े होकर कुछ बोलना चाहा तो नरोत्तम मिश्रा बोले कि आप क्यों खड़े हो गए मैंने तो सिंधिया का नाम ही नहीं लिया। यहां तो कालूखेड़ा आगे हैं आपका नंबर अभी नहीं लगेगा।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी में काफी दिनों से नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अंदरूनी तौर पर सुगबुगाहट चल रही है। मैहर उपचुनाव में करारी हार के बाद इसे और बल मिला है। कमलनाथ के समर्थन में जिस तरह से विधायक सामने आ रहे हैं, उससे ये माना जा रहा है कि रणनीति के मुताबिक ही विधायकों को आगे किया जा रहा है। गुरुवार को कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कमलनाथ बड़े नेता हैं। वे दस बार के सांसद हैं। उन्हें कमान सौंपी जाती है तो सौ फीसदी फायदा होगा। बच्चन का बयान आने के बाद कई विधायक कमलनाथ के समर्थन में सामने आ गए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कट्टर समर्थकों में शुमार वरिष्ठ विधायक डॉ.गोविंद सिंह ने बच्चन के बयान का समर्थन किया तो भोपाल जिले से कांग्रेस के इकलौते विधायक आरिफ अकील ने भी कहा कि वे सदन के भीतर और बाहर कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष के साथ हैं। गंजबासौदा से विधायक निशंक जैन ने बिना लाग-लपेट के कहा कि कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष भी बनाना चाहिए और अगले मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट भी किया चाहिए। नीलेश अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ हमारे पास बड़ा चेहरा हैं। पार्टी को उनकी जरूरत है। हर्ष यादव और आरके दोगने ने भी अगला विध्ाानसभा चुनाव कमलनाथ की अगुआई में लड़ने की मांग का समर्थन किया।
पितातुल्य हैं कमलनाथ: जयवर्द्धन सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र और राघौगढ़ से विधायक जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि कमलनाथ पितातुल्य हैं। दिग्विजय सिंह दस साल मुख्यमंत्री रहे क्योंकि कमलनाथ ने उनका पूरा साथ दिया। प्रदेश की कमान किसके हाथों में हो, ये फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांध्ाी करेंगे। हम सभी को उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव पदयात्रा कर रहे हैं। हम सभी उनके साथ काम कर रहे हैं।
अरुण यादव दिल्ली में -
कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपे जाने की मांग के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए । सूत्रों का कहना है कि वे वरिष्ठ नेताओं से प्रदेश में चल रहे घटनाक्रम को लेकर बात कर सकते हैं। दरअसल, काफी दिनों से संगठन को लेकर बयानबाजी हो रही है। इसके कारण नेतृत्व को लेकर असमंजस की स्थिति बनती जा रही है। वहीं, तरुण भनोत और नीलेश अवस्थी ने कहा कि जल्द ही कई विध्ाायक सोनिया गांध्ाी और राहुल गांधी से मिलकर 2018 के चुनाव को लेकर कमलनाथ को कमान सौंपने की मांग रखेंगे।