
इन कर्मचारियों ने राह चलते लोगों को चाय बनाकर बेची. कर्मचारियों ने 5 रुपये में दो चाय बेचकर सरकार को ये संदेश दिया कि जिस तरह एक चाय की कीमत में दो चाय बेचना घाटे का सौदा है उसी तरह एक कर्मचारी से दो लोगों का काम लेना भी कर्मचारियों के साथ अन्याय है. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ये भी कहा है कि इस तरह चाय बेचकर जो भी पैसे जमा होंगे उसे वो मुख्यमंत्री सहायता कोष में भेजेंगे .
बैतूल में कर्मचारियों ने विरोध के लिए इसी सप्ताह की शुरूआत में गधों को रसगुल्ले खिलाए थे. इसके बाद ही पूरे प्रदेश में संविदा कर्मचारी अनूठे तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी तरह आकर्षित करने की कवायद में जुटे है.