
पुलिस नहीं कर रही थी FIR
शुक्रवार को पति अपनी पत्नी को लेकर एडीजी कार्यालय पहुंचा और ऑफिस के बाहर दोनों खुद पर घासलेट डालकर आत्मदाह करने लगे। कार्यालय पर तैनात जवान उन्हें खुद पर घासलेट डालता देख तुरंत उनकी तरफ दौड़ा और उनके हाथ से घासलेट की केन छीन ली। बाद में दूसरे जवान ने पति के हाथ से माचिस झपट ली। पूछताछ करने पर पति ने बताया कि तीन गुंडों मनोहर मराठा उसके बेटे लक्की व चेतन ने उसकी पत्नी का अपहरण कर, उसे बंधक बनाकर, उसके साथ 17 दिन तक दुष्कर्म किया। जब पत्नी एमआईजी थाने पर इसकी शिकायत करने पहुंची तो थाने के स्टॉफ ने उसे भगा दिया। रिपोर्ट लिखाने के लिए वह 8 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा था। तंग आकर आईजी आफिस में आत्मदाह का फैसला किया।
दिनदहाड़े किया था अपहरण
पीड़ित के मुताबिक़ उसकी पत्नी काम के लिए जा रही थी, तब उसके मुंह पर कपड़ा डाल आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया था। उन्होंने उसे 17 दिन तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया। आईजी के निर्देश पर एसपी मोनिका शुक्ला ने महिला के बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में जांच कर कार्रवाई करेगी।