
विगत तीन वर्षो से पदोन्नती की बाट जोह रहे सहायक शिक्षकों की पदोन्नती प्रक्रिया मे की जा रही गंभीर हीलाहवाली से न सिर्फ शिक्षको के अनुभव से वंचित हो रहे विध्यार्थीयो का नुकसान हो रहा है बल्कि शासन जब उन्हे प्राचार्य तक का वेतनमान दे रही है और उस पद का काम नही ले पा रही है तो इस तरह सरकार को बेवजह वित्तीय अनियमितता का सामना भी करना पड़ रहा है। अधिकारियों की आला दर्जे की हीलाहवाली शिक्षको के साथ स्कूलो की गुणवत्ता व विभाग की कार्यप्रणाली पर बेवजह प्रश्नचिन्ह लगा रही है।
पी ए खान,तरवर साहू ,राजेश ठाकुर ने माँग की कि काफ़ी संख्या मे जो शिक्षक फरवरी और मार्च माह मे रिटायर्ड हो रहे है तो जिला शिक्षा अधिकारी का नैतिक दायित्व बनता है कि पदोन्नती आदेश अविलम्ब जारी कर एसे शिक्षको को सेवानिवृत्ति उपहार देकर उनकी सेवाओ के बदले दे दिया जाये ! पदोन्नती शाखा मे जमे कर्मचारी भी कलेक्टर के निर्देशो का खुला उल्लनघंन कर रहे है।