
गृहमंत्री गौर ने भाषण के दौरान कहा कि कुत्तों को भी ट्रेनिंग दी जाती है। कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में मैंने देखा कि कुत्ते करतब दिखा रहे थे। यह सब अच्छी ट्रेनिंग का नतीजा था। ऐसा पुलिस के लिए भी जरूरी है। यह सुनते ही वहां मौजूद लोग हतप्रभ रह गए। कुछ हंसने लगे तो कुछ गौर को हैरानी से देखने लगे। परिस्थिति को भांपते ही गृहमंत्री ने अपने शब्दों को संभाला और कहा कि पुलिस ही नहीं, नेताओं को भी अपने क्षेत्र में ट्रेनिंग की जरूरत है। तनाव मुक्त रहने के लिए उसे मैनेजमेंट का पाठ पढ़ना जरूरी है। गृहमंत्री ने कुस्र्क्षेत्र में श्रीकृष्ण के विराट रूप और अर्जुन को श्रीकृष्ण द्वारा दी जाने वाली दिव्य दृष्टि को ट्रेनिंग का हिस्सा बताते हुए कहा कि प्रशिक्षण एक लंबी साधना है।
सोमवार शाम 6 बजे पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में गृहमंत्री बाबूलाल गौर, महापौर मालनी गौड़, विधायक महेंद्र हार्डिया और उषा ठाकुर सहित अन्य नेता व पुलिस अफसर पहुंचे।