कटनी। बहोरीबंद में पेट्रोल पंप संचालक एवं बीजेपी नेता शशांक तिवारी सहित उसके बेटे, बेटी और पत्नी गोली लगने से हुई मौत की दिलदहलाने वाली नृशंस वारदात से स्तब्ध परिजनों ने घर में मिले सुसाइड नोट पर सवाल उठाए हैं। मां ने कहा कि सुसाइड नोट में जो लिखावट है वह शशांक की नहीं है। मां के अलावा बहन और शशांक के चाचा ने भी सुसाइड नोट की लिखावट पर संदेह जताया है। वारदात में 2 बंदूकों को उपयोग हुआ है। सवाल यह है की आत्महत्या में 2 हथियार क्यों ?
शशांक की बहन ने यहां तक कहा है कि सुसाइड नोट में जो हस्ताक्षर है वे हस्ताक्षर उसकी भाभी मिनी तिवारी के नहीं है। नरसिंहपुर के करेली निवासी चाचा रामकृष्ण तिवारी ने बताया कि सभी को सुसाइड नोट की लिखावट पर संदेह है। एसपी गौरव राजपूत का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखावट की जांच हैंडराइटिंग स्पेशलिस्ट से कराई जा रही है।
पीएम रिपोर्ट में गन शॉट से मौत
पुलिस ने मृतकों के कराए गए पोस्टमार्टम के बाद यह रिपोर्ट पुलिस को दी है कि मौत गोली लगने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बेटी को दो गोली, बच्चे को एक गोली, पत्नी को एक गोली और शशांक को एक गोली लगी है। इसके अलावा पुलिस ने दोनों 315 और 312 बोर की रायफलों को जब्त कर लिया है। दोनों रायफलों को एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा।
रविवार को हुई छानबीन
शशांक तिवारी के घर पर रविवार को भी जिला पुलिस मुख्यालय डीएसपी ओपी परवार टीम सहित खोजबीन करने पहुंचे थे। जहां से दस्तावेजों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम को 315 बोर के चार खोखे और 312 बोर का एक खोखा शनिवार को ही मिल गया था। पुलिस बैंक चैक बुक सहित अन्य दस्तावेजों की जानकारी जुटा रही है।
महात्वाकांक्षी स्वभाव के थे
दिलदहलाने देने वाली इस घटना के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार शशांक तिवारी महात्वाकांक्षी स्वभाव के व्यक्ति होने के साथ ही धीर-गंभीर व्यक्ति थे। इस तरह के कदम वे नहीं उठा सकते थे। बहोरीबंद में कोई भी इस घटना पर विश्वास नहीं कर रहा है कि शशांक ऐसा कदम भी उठा सकता है। अचानक हुए इस हादसे को लेकर तरह-तरह की आशंका भी जताई जा रही है।