रीवा। पुलिस की कथित पिटाई से भाजपा नेता की मौत के बाद भारी उपद्रव हुआ. पूर्व पार्षद के समर्थकों ने पुलिस के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जबकि अस्पताल में भी तोड़फोड़ की गई. शहर में भारी तनाव को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है.
दरअसल, कोतवाली पुलिस ने गुड़हाई क्षेत्र में मकान खाली कराने के विवाद में अतीक अहमद उर्फ रॉकी को पकड़ा था. आरोप है कि पुलिस ने थाने में अतीक की बेरहमी से पिटाई की. इस वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई और फिर अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मौत की खबर आते ही मृतक पार्षद के परिजन और समर्थक हिंसक हो उठे. उन्होंने सबसे पहले अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. इसके बाद उन्होंने कोतवाली थाने की ओर रुख किया और वहां भी पथराव किया. कुछ समर्थकों ने थाने के अंदर खड़ी एसआई की गाड़ी सहित अन्य पुलिस वाहनों में आग लगा दी. इस दौरान डायल 100 वाहनों को भी निशाना बनाकर तोड़फोड़ की गई. मैहर चुनाव ड्यूटी से लौट रहे पुलिस बल पर भी घोघर स्थित पचमठा में पथराव किया गया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
स्थिति बिगड़ती देख शहरभर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया. वहीं तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कलेक्टर राहुल जैन ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी.
रविवार सुबह जब ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल संजय गांधी अस्पताल पहुंचे तो वहां मौजूद पूर्व पार्षद के समर्थकों ने उनकी कार को घेर लिया और आगे नहीं जाने दिया. समर्थक लगातार मंत्री से भाजपा नेता के साथ मारपीट करने वाले टीआई को सामने लाने की बात पर अड़े रहे. इस दौरान हालात बिगड़ते देख पुलिस ने भीड़ हटाने के लिए लाठीचार्ज किया. जिसके बाद राजेंद्र शुक्ल की कार आगे बढ़ सकी.
गौरतलब है कि पार्षद की मौत के बाद शनिवार देर रात से ही शहर के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. आगजनी और पथराव के बाद रीवा में धारा 144 लगा दी गई है. साथ ही पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं नाराज परिजन भी कार्रवाही की मांग को लेकर अभी तक पार्षद का शव घर नहीं ले गए हैं और अस्पताल में ही धरना देकर रखा है.