
तीन घंटे चली मुठभेड़
जानकारी के अनुसार उड़ीसा और तेलंगाना पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन कर बुधवार सुबह सिमी के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। तीन घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद इन चारों आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। ये चारों आतंकी राउरकेला स्थित कुरैशी मोहल्ले में एक किराए के मकान में रह रहे थे। सभी सिमी के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। पकड़े गए आतंकियों पर पुलिस ने 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
इन राज्यों में बढ़ा रहे थे गतिविधियां
पकड़े गए सिमी के ये चारों आतंकी आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अपनी गतिविधियां बढ़ा रहे थे। ये लोग अपने ऑपरेशन्स को अंजाम देने के लिए राउरकेला में रह रहे थे। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए हैं।
एनआईए की वॉन्टेड लिस्ट में थे शामिल
डीजी केबी सिंह ने बताया, 'ये चारों सिमी के लिए मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में काम कर रहे थे। अपनी पहचान छिपाकर ये काफी समय से राउरकेला में रह रहे थे। आरोपियों की पहचान शेख महबूब उर्फ गुड्डू उर्फ मलिक, अमजद उर्फ दाऊद, मोहम्मद असलम उर्फ बिलाल और जाकिर हुसैन उर्फ सादिक के रूप में हुई है। चारों मध्य प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं और एनआईए की वॉन्टेड लिस्ट में भी हैं।
खंडवा जेल से फरार हुए थे आतंकी
खंडवा जेल से फरार सिमी के आतंकियों पर एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने 10-10 लाख रु. का इनाम घोषित किया था। अक्टूबर 2013 में खंडवा जेल से सिमी के छह आतंकी अबू फैजल खान, एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन, असलम अय्यूब, अमजद, जाकिर, शेख मेहबूब और आबिद मिर्जा फरार हो गए थे। आबिद को कुछ ही देर बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अबू फैजल, इरफान नागौरी और खालिद अहमद को एटीएस ने 25 दिसंबर 2013 को सेंधवा पठार के पास से मुठभेड़ के दौरान के गिरफ्तार किया था।
आतंकियों की मदद करता था सालिक
6 अप्रैल 2015 को तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले में पुलिस और सिमी आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एजाजुद्दीन और असलम की मौत हो गई थी। जबकि, इनके तीन साथी अमजद, जाकिर और मेहबूब भागने में सफल हो गए थे। बिजनौर ब्लास्ट में सालिक का आईडी व सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जो इनके साथ रहकर इनकी मदद करता था।