इंदौर। बजट में लाए गए ट्रांजिट फॉर्म के विरोध में लोहा व्यापारी एसोसिएशन ने सरकार के इस प्रावधान को काला कानून करार दिया है। व्यापारियों ने इसे घूसखोरी को बढ़ावा देने वाला नियम बताया है।
इंदौर लोहा व्यापारी पारमार्थिक ट्रस्ट के अध्यक्ष इसहाक चौधरी के मुताबिक बजट पूर्व व्यापारियों से चर्चा के लिए शहर आए वित्त मंत्री जयंत मलैया को व्यापार को आसान बनाने के सुझाव दिए गए थे, लेकिन उन्होंने उसके उलटा किया। एक शहर से दूसरे शहर के व्यापार में ट्रांजिट पास लागू कर दिया गया है, यानी इंदौर के किसी होलसेल व्यापारी ने जिसके पास टिन नंबर है, रतलाम के लोहा व्यापारी जिसके पास टिन नहीं है, उसे माल बेचा, तो यूआरडी भरने और पक्के बिल के बावजूद उसका माल दो नंबर का माना जाएगा। ऐसे में व्यापारियों को या तो प्रदेश से पलायन करना होगा या फिर अधिकारियों को सुविधा शुल्क (रिश्वत) देकर व्यापार करना होगा। सरकार ने नियम वापस नहीं लिया तो लोहा व्यापारी आंदोलन करेंगे।