बड़वानी। जिला अस्पताल में एक मृत मरीज को खून चढ़ाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. युवक की मौत के लिए परिजन अस्तपाल की लचर व्यस्था और उपचार कर रहे डॉक्टर को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
गांव गोलावाड़ी निवासी जयसिंह मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गया था. जहां उसकी तबियत बिगड़ने पर वो घर लौट आया. स्थिति बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया. जांच के बाद जयसिंह को टायफायड-मलेरिया पॉजिटिव पाया गया. युवक में खून की भी कमी हो गई थी, जिसे देखते हुए डॉक्टर ने परिजनों को खून की व्यवस्था करने के लिए कहा. मृतक के परिजनों का आरोप है कि खून लाने के करीब डेढ़ घंटे बाद भी युवक को ब्लड नहीं चढ़ाया गया. यहां तक कि नाजुक हालत होने पर भी उसे ऑक्सीजन मास्क तक नहीं लगाया गया. डॉक्टर और अस्पताल की इस अनदेखी की कीमत युवक को अपनी जान से चुकानी पड़ी.
परिजनों की मानें तो जयसिंह की मौत के बाद ड्यूटी नर्स ने खुद को बचाने के इरादे से शव में ही खून चढ़ाना शुरू कर दिया साथ ही ऑक्सीजन मास्क भी लगा दिया गया. हैरानी की बात तो ये है कि जांच करने आए डॉक्टर ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई.