
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सिहोरा पुलिस ने एसटीएफ के प्रतिवेदन पर संविदा शाला शिक्षक नेमचंद उर्फ चंदसिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। नेमचंद ने 2005 में व्यापमं द्वारा संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 के आवेदन आमंत्रित किए गए थे। दो साल बाद 2007 रिजल्ट आने के बाद एक दर्जन लोगों ने नौकरी ज्वाइन कर ली थी। लेकिन एक वर्ष पूर्व पुलिस मुख्यालय में इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर शिकायत हुई थी। जिसकी जांच एसटीएफ कर रही थी। लंबी पड़ताल के बाद पाया गया कि सिहोरा निवासी नेमचंद उर्फ चंदसिंह टेकाम ने 10 वीं कक्षा और बीएडकी मार्कशीट फर्जी बनाकर आवेदन पत्र में लगाई थी।