
श्यामला हिल्स निवासी चौकसे ने बताया कि बीती 15 फरवरी को उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आया। फोन करने वाले ने परिचय पीएनबी मेट लाइफ का कर्मचारी बताया। उन्होंने कहा कि आपकी बीमा पॉलिसी की किश्त बकाया है। उसने अनुपम की पॉलिसी का नंबर भी सही बताया।
भरोसे में आकर उन्होंने अपनी पॉलिसी की पूरी जानकारी उसे बता दी। इसके बाद जेके हॉस्पिटल पहुंचकर उसका एक साथी पांच लाख रुपए का चेक ले गया। अगले दिन चेक में गलती होने की बात कहते हुए वह दोबारा हॉस्पिटल पहुंचा।
पहला चेक वापस कर उसने दूसरे चेक पर पीएनबी मेट लाइफ और पॉलिसी नंबर अपने पेन से लिखा। फिर रकम, तारीख और हस्ताक्षर करवाया और चेक लेकर चला गया। टीआई सुधेश तिवारी का कहना है कि अब तक फरियादी ने कोई संपर्क नहीं किया है।
चेक से निकली रकम
अनुपम ने बताया कि 20 फरवरी को पता चला कि मेरे खाते से पांच लाख पांच हजार रुपए निकाले जा चुके थे। ये रकम किसी रवि कुमार के खाते में ट्रांसफर हुए हैं। बैंक से जानकारी मिली कि ये रकम उसी चेक के जरिए निकाली गई है, जो जालसाज ले गया था।