
मुंबई की लड़की ने बताया, 3 महीने पहले वह ब्वॉयफ्रेंड के साथ ताज घूमने आई थी। एक दिन ब्वॉयफ्रेंड ने होटल में रुकने के बहाने कोठे पर बेच दिया और चला गया। कोठे पर मुझसे सेक्स करने को कहा गया, जब मना किया तो मुझे एक रूम में डाल दिया। इसे टॉर्चर रूम कहते थे, जहां जाने के लिए डेढ़ फीट संकरा रास्ता था। कमरे में अंधेरा था, अजीब-सी बदबू आ रही थी। सांस लेना भी मुश्किल था। सिर्फ चूहे, कॉकरोच ही कमरे में थे। वहां से चीख भी बाहर नहीं सुनाई देती थी। इतने टॉर्चर से परेशान होकर मैंने उनकी बातें मान ली। वो रोज मुझे हॉर्मोन के नाम पर एक इंजेक्शन देते थे, जिससे बहुत नशा होता था और मुझे कुछ याद नहीं रहता था।
कोलकाता की लड़की ने बताया, 4 महीने पहले नौकरी के नाम पर दोस्त ने मुझे यहां भेजा था। टॉर्चर रूम में मुझे 2 से 3 दिनों तक छोड़ दिया गया। वहां से निकलने पर मुझ पर कड़ी नजर रखी जाती थी। उन्हें शक था कि मैं कहीं भाग न जाऊं या कहीं सुसाइड न कर लूं। यातना के बाद मैं इतनी कमजोर हो गई थी। कोठा संचालिका ने मुझे एक हफ्ते तक हर दिन इंजेक्शन लगाए। बताया जाता था कि ये जवान बनाने के लिए हॉर्मोन की दवा है। अब जब मुझे ये दवा इंजेक्शन नहीं मिलती है, तो कमजोरी और घबराहट होती है।