रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव सरगुजा रियासत के राजा हैं। लोकप्रियता इतनी की सूबे के लोग उन्हें राजा साहब या हुकुम की बजाए प्यार से टीएस बाबा बुलाते हैं। टीएस के पास 500 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। वे खुद मानते हैं कि उन्हें नहीं मालूम उनके पास कहां कितनी संपत्ति है।
हाथी पर बैठ जाते थे दशहरा देखने...
एक इंटरव्यू में टीएस सिंहदेव ने बताया था कि वे अपने दादा रामानुज शरण सिंहदेव के काफी करीबी रहे हैं। उन्होंने कहा था, 'बचपन में जब दशहरे के त्योहार मनाया जाता था, तब दादा जी की शाही सवारी हाथी में राजमहल से निकलती थी।' वे उसमें अपने दादाजी के साथ बैठ दशहरा देखने जाते थे।
सिंपल रहना पसंद
इतनी बड़ी रियासत के मालिक होने के बावजूद टीएस सिंहदेव की लाइफस्टाइल बेहद सिंपल है। कोई राजसी आयोजन न हो तो वे हमेशा सादे कुर्ते-पायजामे में ही नजर आते हैं। कुछ महीनों पहले उनके भतीजे आदित्येश्वरी की शादी में लम्बे समय बाद उन्हें राजसी पोशाक में देखा गया था।
5 राज्यों में सबसे अमीर विधायक
टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं। इतना ही नहीं 2013 में मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और मिजोरम में चुने के गए सभी विधायकों में भी सबसे ज्यादा संपत्ति टीएस के पास ही है। अंबिकापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक सिंहदेव ने चुनाव के दौरान 514 करोड़ की संपत्ति का शपथपत्र दिया था। अंबिकापुर क्षेत्र में जहां तक नजर जाती है, वहां तक अधिकांश इन्हीं की संपत्ति नजर आती है। मकान, सरकारी इमारतें, यात्रियों के लिए बनाए गए सराय, हॉस्पिटल, स्कूल या खेत अधिकांश पर इनका और इनकी फैमिली का मालिकाना हक है।
हजार करोड़ भी हो सकती है प्रॉपर्टी
त्रिभुवनेश्वर सिंह देव ने अपनी संपत्ति को लेकर एक इंटरव्यू में कहा था, "ये सिर्फ कागजी आंकड़े हैं। ये (संपत्ति) पांच सौ करोड़ क्या हजार करोड़ रुपए के भी हो सकते हैं। मगर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है आचरण। निर्भर करता है कि आप आम लोगों के साथ कैसे पेश आते हैं, उनमें घुल-मिल जाते हैं या फिर भेदभाव करते हैं। उसी पैमाने पर आपको तौला जाता है।"