
उन्होंने कहा,‘ सस्ते मकान बहुत महत्वपूर्ण हैं। सबसे बड़ी बाधा यह है कि हमारे देश में केवल एक प्रतिशत लोग ही ऐसे हैं जो कि 10 लाख रुपये से अधिक कीमत वाला मकान खरीद सकते हैं। अगर हम पांच लाख रुपये से कम कीमत वाला मकान उपलब्ध कराते हैं तो 30 प्रतिशत जनता खरीद पाएगी।’ उन्होंने कहा कि स्मार्ट शहर बनाने पर अपने ध्यान के साथ साथ निर्धनतम लोगों को वहनीय कीमतों पर मकान उपलब्ध कराना भी नरेंद्र मोदी सरकार के शीर्ष एजेंडे में से एक है।
इस तरह के एक उप्रकम के तहत नागपुर में एक प्रयोग किया गया है। वहां इस्पात के ढांचे पर मकान बनाया गया है जिसमें 70 प्रतिशत ‘फ्लाई एश’ का इस्तेमाल है। इसका उद्घाटन 20 फरवरी को होगा। मंत्री ने कहा,‘ भवनों की निर्माण लागत 1000 रुपये प्रति वर्ग फुट आती है। हम 450 वर्ग फुट का मकान पांच लाख रुपये में उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे। हम उनमें सौर उर्जा प्रणाली लगा रहे हैं और ‘फ्लाई एश’ से बना बेड भी।’ उन्होंने कहा,‘ इस पर 1.5 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। खरीदार के लिए मकान की लागत 3.5 लाख रुपये होगी और 7 से 7.5 प्रतिशत ब्याज दर पर रिण उपलब्ध होगा. कोई गरीब भी इसे खरीद सकता है।’