नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बरेली की एक जनसभा में देश के किसानों को श्रम का देवता कहकत संबोधित किया. उन्होंने कहा, 'देश का किसान श्रम का देवता है. मैं उन्हें नमन करता हूं, किसान ही देश की शान हैं.' अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने बरेली की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि बचपन में बरेली के बारे में काफी सुना था, लेकिन पहली बार यहां आया हूं. पहली बार में ही यहां के लोगों का प्यार देखकर काफी खुश हूं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, 'मैंने सुना है कि बरेली में झुमका गिरा था...' यहां है.
रैली में किसानों की भीड़ देखकर गदगद दिखे पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि दूर-दूर तक चुनाव के कोई आसार नहीं हैं, इसके बावजूद इतना बड़ा जनसैलाब. जहां तक देखो, किसान ही किसान नजर आ रहे हैं. किसान ही हमारे देश की शान हैं. अगर आप मेरा साथ दें, तो चुनौतियों को अवसर में पलटा जा सकता है. राज्य सरकारें इन बातों को लागू करें, क्योंकि कृषि विभाग राज्य सरकारों के हवाले होता है.
बुंदेलखंड को देखकर चिंता होती है
मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड को देखकर चिंता होती है, वहां पांच नदियां हैं. लेकिन पीने का पानी न हो तो चिंता होती है. इस सरकार में हमने वाटर मैनेजमेंट को प्राथमिकता दी है, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बनाई है. हमारे देश में मनरेगा की बातें बहुत होती हैं, पैसे आए होंगे तो जेब में गए होंगे. लेकिन किसान से पूछो तो सच्चाई पता चलेगी. हमने राज्य सरकारों से कहा है कि मनरेगा के पैसों से सिंचाई की व्यवस्था की जाए.हम चाहते हैं कि राज्य सरकार मनरेगा के पैसे का इस्तेमाल सिंचाई के लिए करे, पानी बचाने के लिए करे.
मोदी ने कहा कि जल के साथ-साथ हमें जमीन की भी चिंता करनी चाहिए, हमारी गलतियों के कारण धरती माता की तबियत खराब हो गई है. जब अनाज के भंडार खत्म होने लगे, तो पता चला कि हमने कितना अत्याचार किया है.जमीन की बीमारी का भी पता चलता है, जब हम मिट्टी का लेबोरेटरी में टेस्ट करवाएं .हम साइंस हेल्थ कार्ड देश के हर किसान के पास पहुंचाना चाहते हैं. नकली बीजों से हमें बचना चाहिए.इस बार किसी भी सीएम ने यूरिया के लिए चिट्ठी नहीं लिखी है,उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना कर देंगे.