आतंकवाद: 182 मदरसे सील, 4 मोलवी हिरासत में

कराची। पेशावर के आर्मी स्कूल में हमले के बाद से पाकिस्तान में 182 मदरसों को सील करने की खबर है. इन मदरसों पर आरोप लगाया गया है कि ये आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. सोमवार इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट सामने आयी जिसमें यह खुलासा किया गया. न्यूज एजेंसी एसोसिएशन प्रेस ऑफ पाकिस्तान(एपीपी) की खबर की माने तो पंजाब, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में इन मदरसों को बंद किया गया है क्योंकि ये कथित तौर पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे थे और यह अन्य संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे.

इधर खबर है कि पाकिस्तान में शिक्षण संस्थानों पर नये सिरे से आतंकवादी हमलों की आतंकियों की साजिश की खबरों के बीच कल अशांत बलूचिस्तान प्रांत में तीन मदरसों को सील कर दिया गया और चार मौलवियों को हिरासत में ले लिया गया. आपको बता दें कि गत 20 जनवरी को खैबर-पख्तूनखवा प्रांत में पेशावर के पास बाचा खान विश्वविद्यालय पर एक जघन्य हमले में 20 लोग मारे गये थे जिनमें अधिकतर छात्र थे. इसके बाद आतंकवादियों और उनके हमदर्दों पर देशभर में चलाये जा रहे नये अभियान के तहत मदरसों को सील किया गया.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोमवार सुबह क्वेटा के पूर्वी बायपास इलाके के पास तीन मदरसों में छापा मारा गया. इसमें सरकार विरोधी गतिविधियां चलने की जानकारी मिली थी. अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर कहा, ‘‘राष्ट्रीय कार्रवाई योजना के तहत मदरसा हुसैनिया, मदरसा तसलीमुल कुरान और मदरसा अबू बकर सिद्दीकी को सील कर दिया गया है.' उन्होंने बताया कि चार मौलवियों- कारी सैफुल रहमान, सूरत शाह, हबीबुल्ला और कारी वाली को हिरासत में लिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार यह कार्रवाई राष्ट्रीय कार्रवाई योजना (एनएपी) के तहत की गई. 2014 के दिसंबर में सेना के स्कूल पर आतंकवादी हमले के बाद एनएपी बनाई गई थी.

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