भोपाल। पूर्व विधायक पारस सकलेचा, आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे और कर्मचारी नेता अरुण द्विवेदी ने आरोप लगाया कि व्यापम ने 2004 से लेकर 2013 के बीच दलित वर्ग के बच्चों से अवैध रूप से 150 करोड़ रुपए वसूले हैं। जबकि यह राशि इस वर्ग के लोगों से नहीं ली जाना चाहिए। इसे बच्चों को वापस किया जाए।
सकलेचा, दुबे और द्विवेदी ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में यहां आरोप लगाया कि सरकार व्यापम में सुधार करना ही नहीं चाहती है। इसके सुधार के लिए बनी कमेटी द्वारा व्यापम को जीएडी को दिए जाने की अनुशंसा का आज तक पालन नहीं हुआ। सकलेचा ने आरोप लगाया कि प्रायवेट मेडिकल संचालकों ने दलित वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षित 400 सीटों को सामान्य वर्ग के स्टूडेंट्स को बेच दी हैं लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।