भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि देश में राम मंदिर और प्रदेश में भोजशाला मुद्दे चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए हर बार की तरह भाजपा के लिए ‘‘राजनैतिक व्यापार’’ का माध्यम बन गये हैं।
श्री मिश्रा ने कहा कि वर्ष-2003 में विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा द्वारा घोषित चेहरा सुश्री उमा भारती ने भोजशाला विवाद के दौरान कहा था कि यहां ब्रिटिश म्यूजियम में रखी हुई सरस्वती की प्रतिमा को भाजपा सरकार बनते ही लाकर स्थापित किया जायेगा। इसके बाद वे मुख्यमंत्री के रूप में काबिज भी हुई, उनके पश्चात् बाबूलाल गौर और अब शिवराजसिंह चैहान तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में काबिज हैं, किंतु इन 13 वर्षों में प्रतिमा स्थापित होना तो दूर राज्य सरकार ने ब्रिटिश म्यूजियम से प्रतिमा लाने बावत् एक पत्र भी लिखना मुनासिब नहीं समझा, इससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार खुद इस मुद्दे को अपनी ‘‘राजनैतिक सुख-सुविधा’’ को दृष्टिगत रख निरंतर जीवित रखना चाहती है।