
महज 21 साल के इस युवा ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया है. खगड़िया जिले के एक छोटे से गांव सनहौली के इस युवा ने 10वीं तक की पढ़ाई यहीं के सरकार स्कूल से की. पिता चंद्रकांत चौहान ने बताया, 'स्कूल के सारे टीचर बताते थे कि वात्सल्य पढ़ने में अच्छा है. उसपर ध्यान दीजिए.'
उन्होंने बताया, 'वात्सल्य जब इंटरमीडियट की परीक्षा में 75 फीसदी नंबर से पास हुआ तो उसने कोटा में जाकर आईआईटी की तैयारी करने की इच्छा जाहिर की. पैसे की तंगी थी, फिर भी 2011 में कोटा भेज दिया. कोटा में महज एक साल की तैयारी में वात्सल्य ने आईआईटी की परीक्षा में देशभर में 382वां रैंक हासिल किया. इसके बाद उसने आईआईटी खड़गपुर के कंप्यूटर साइंस कोर्स में दाखिला लिया.
इंजीनियरिंग की फीस भरने के लिए वात्सल्य ने 3.50 लाख का एजुकेशन लोन लिया था. अब बीटेक की पढ़ाई पूरी होते ही उसे अमेरिका की सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी लगी है. इस मेधावी छात्र को 1.02 करोड़ रुपए का सालाना पैकेज ऑफर किया गया है.