भोपाल। व्यापमं महाघोटाले की जांच कर रही सीबीआई का रवैया उम्मीदों के विपरीत जा रहा है. CBI अब तक STF के खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाई है। अब आरोपियों से पूछताछ के दौरान सीबीआई यह सवाल भी कर रही है कि किसी को फंसाने या बचाने के लिए एसटीएफ के अफसरों से कोई लेनदेन हुआ था क्या? दरअसल, एसटीएफ पर आरोप लगे हैं कि अफसरों ने कई रसूखदारों को बेमतलब फंसाया और कई को बचाने निर्दोष लोगों को फर्जी आरोपी बनाया है।
व्यापमं घोटाले के सूत्रधारों को छोड़कर लगभग सभी आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं। जो मुख्य आरोपी रिहा हुए हैं उनमें पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के सीएमडी विनोद भंडारी, आईजी के भाई भरत मिश्रा, डीआईजी आरके शिवहरे, सीएसपी रक्षपाल सिंह यादव, राज्यपाल के ओएसडी धनराज यादव समेत रैकेटियर और उम्मीदवार शामिल हैं।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों से लेनदेन की बात भी सामने आई है। इनकी जांच की जाएगी। जेल में रहते हुए किसी भी आरोपी ने सीबीआई को खुले तौर पर एसटीएफ के रवैए की जानकारी नहीं दी थी लेकिन अब सीबीआई को उम्मीद है कि आरोपी एसटीएफ के बारे में जरूर कोई राज खोलेंगे।