नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के वित्तीय पैनल ने पीएफ निधि पर ब्याज दरों में बढ़ौतरी की सिफारिश की है। पैनल ने मौजूदा 8.75 फीसदी की दर को बढ़ाकर 8.95 फीसदी करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि अगर यह सिफारिश मंजूर कर ली जाती है तो पिछले 5 सालों के दौरान यह उच्चतम ब्याज दर होगी। साल 2010-11 में यह दर 9.5 फीसदी तक थी। इन सिफारिशों को वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलने से पहले सेट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ के अनुमोदन की ज़रूरत है।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जबकि सरकार और रिज़र्व बैंक डिपॉजिट रेट्स घटाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि बैंक ऋण की ब्याज दरों में कटौती करें और निवेश को बढ़ावा मिल सके। ईपीएफ जमा राशि पर बढ़ी ब्याज दर काफी हद तक फंड्स को बैंक डिपॉजिट्स या स्मॉल सेविंग स्कीम्स से हटाकर उस ओर मोड़ सकती है।
एक अंग्रेजी अखबार मं छपी रिपोर्ट के मुताबिक पीएफ फंड या नैशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट के लिए ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की बढ़ौतरी के मद्देनजर वित्त मंत्रालय स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर से ब्याज दर करने पर विचार कर रहा है।