कलेक्टर नहीं कोचिंग टीचर बनना चाहता है ये IAS

जबलपुर। आईएएस बनने का सपना प्रत्येक होनहार युवा का होता है लेकिन एक युवा आईएएस का संयुक्त कलेक्टर के पद से इस्तीफा देना, लोगों को हैरत में डाल रहा है। आईएएस रोमन सैनी अब कलेक्टरी छोड़कर दिल्ली में सिविल सेवा की कोचिंग चला रहे हैं। रोमन जबलपुर में संयुक्त कलेक्टर रह चुके हैं।

एमबीबीएस करने के बाद बने आईएएस
रोमन सैनी ने एमबीबीएस किया इसके बाद आईएएस में सिलेक्शन हो गया। राजस्थान के रायकरनपुरा निवासी रोमन सैनी 24 साल के हैं। वे 2014 बैच के आईएएस हैं। आईएएस बनने के बाद भोपाल के बाद इनकी पोस्टिंग जबलपुर में संयुक्त कलेक्टर के पद पर हुई थी।

चला रहे कोचिंग
रोमन सैनी ने इस्तीफा कार्मिक मंत्रालय को भेज दिया है। अब वे दिल्ली में अनएकेडमी नाम से कोचिंग संस्था चला रहे हैं। यहां वे सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं। यह संस्था गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्रों को आनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से मदद करती है।

वसूला जाएगा खर्च
केन्द्र सरकार का नियम है कि यदि प्रशिक्षण के दौरान कोई आईएएस इस्तीफा देता है तो उससे प्रशिक्षण का खर्च वसूला जाता है। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव रश्मि अरुण शमी का कहना है कि रोमन ने इस्तीफा क्यों दिया इसकी जानकारी नहीं है।

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