
जबकि वेटनरी विश्वविद्यालय के इस आडियो टेप कांड में लोकायुक्त पुलिस अभी जांच कर रही है। इसमें लोकायुक्त ने एसोसिएट प्रोफेसद पद पर नियुक्ति हासिल करने वाली श्रीमती निशी पाण्डे और राजेश अग्रवाल के बयान दर्ज कर लिए हैं।
इसके दो दिन बाद ही सरकार ने विटनरी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री गुप्ता का तबादला कर दिया। इस वजह से लोकायुक्त जांच में उनके दोषी पाए जाने की चर्चाएं चल रही हैं। जबकि इस बारे में रजिस्ट्रार श्री गुप्ता का कहना है कि मेरे विरूद्ध लोकायुक्त जांच चल रही है। इसलिए शासन ने सामान्य प्रक्रिया के तहत मेरा नरसिंहपुर तबादला कर दिया है, जिसका पालन करूंगा।
नागरिक उपभोक्ता मंच ने जारी किया आडियो टेप
विटनरी विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर पद की नियुक्ति देने रिश्वत मांगे जाने का आडियो टेप करीब 2 माह पहले नागरिक उपभोक्ता मंच ने जारी किया था। लोकायुक्त पुलिस इस मामले में अपराध क्रमांक 185/2015 दर्ज कर जांच कर रही है।
विश्वविद्यालय की छबि धूमिल
नागरिक उपभोक्ता मंच ने कहा है कि रजिस्ट्रार श्री गुप्ता के भ्रष्ट होने से पूरे प्रदेश में नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय की छबि धूमिल हुई है। समाज में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले ऐसे रजिस्ट्रार के विरूद्ध शासन को सख्त कार्रवाई करना चाहिए।
कुलपति की कुर्सी एक करोड़ में
मंच की मांग है कि नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति एसएनएस परमार ने कुलपति की कुर्सी हासिल करने की कीमत एक करोड़ बताई है। मंच ने इस मामले की आडियो सीडी जारी की है, जिसकी सीबीआई जांच होना चाहिए।
बयान देने से किया मना
प्रभारी कुलपति श्री परमार ने बताया कि जम्मू में पदस्थ प्रोफेसर निशी पाण्डे और राजेश अग्रवाल से एसोसिएट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति के लिए रिश्वत मांगने की निष्पक्ष जांच कराने विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक समिति गठित की है। जांच समिति ने दोनों प्रोफेसरों से विश्वविद्यालय में ज्वाइनिंग से पहले उनके बयान लेने कोशिश की, जिसमें उन्होंने साफ मना कर दिया।