
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की पैरवी के बाद भी आसाराम की जमानत याचिका खारिज हो गई है. याचिका के खारिज होने के बाद आसाराम के समर्थकों में मायूसी छा गई है. आपको बता दें कि इस सप्ताह सोमवार को आसाराम की जमानत याचिका पर कोर्ट में बहस पूरी हुई थी. आसाराम की ओर से पैरवी करते हुए सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उनकी जमानत की मांग की थी, लेकिन आसाराम को जमानत मिलेगी या नहीं इस पर फैसला तब कोर्ट ने 8 जनवरी तक के लिए सुरक्षित रख लिया था.
उल्लेखनीय है कि आसाराम की जमानत याचिका अब तक खारिज होती रही हैं और लगातार तीन बार वे अपना नए वर्ष को जेल में ही मनाने को मजबूर रहे हैं. अब तक के उनके सभी प्रयास विफल रहे हैं, लेकिन उन्होंने स्वामी पर पूरा भरोसा जताया था, जिसके बाद एक बार फिर उन्हें निराशा हाथ लगी है और कोर्ट ने छठी बार उनकी जमानत अर्जी खारिज की है.
आसाराम की जिद्द पर लड़ा स्वामी ने केस
केस की पैरवी करने जब सोमवार को सुब्रह्मण्यम स्वामी जोधपुर पहुंचे थे तब उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया था कि आसाराम चाह रहे थे कि स्वामी ही उनका केस लड़ें.