
वजूभाई वाला ने कहा कि वैसे लड़कों के मुकाबले लड़कियां पढ़ने में अधिक गंभीर होती हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि वह फैशन के रंग में ढलकर कॉलेज जाएं. राज्यपाल ने लड़कों को भी गलत संगत में बचने की नसीहत दी.
उन्होंने बताया कि मौजूदा पीढ़ी के बच्चे बेहद प्रतिभाशाली और तेज हैं. एक छोटा बच्चा भी टीवी पर दिखाए गए विज्ञापन के बारे में पूरी स्क्रिप्ट सुना सकता है. हमारे समय में यदि कोई शिक्षक तीन बार भी पढ़ाते तो हमलोग समझ नहीं पाते थे.
मजकिया अंदाज में राज्यपाल ने कहा कि परीक्षाओं में अब 90 से 95 फीसदी अंक लाना सामान्य हो गया है. जब हमलोग पढ़ते थे, उस समय तीन साल के कुल अंक जोड़कर भी इतना नहीं आता था.