इंदौर। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने इंदौर में रह चुके वाणिज्यिक कर अधिकारी के खिलाफ सरकारी सेवा के दौरान पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में केस दर्ज किया है।
एसपी मनोज कुमार सिंह के मुताबिक, वर्ष 2009 में पंजीबद्ध हुई प्राथमिक जांच के बाद तत्कालीन वाणिज्यिक कर अधिकारी शंभुनाथ गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जांच में यह बात सामने आई कि शम्भुनाथ गुप्ता ने परिचित विनिता अग्रवाल के नाम से प्लॉट नंबर 10 ए सेवा सरदार नगर और पिता रामलक्ष्मण गुप्ता के नाम से प्लॉट क्रमांक 11 ए होना पाया गया। इसके अलावा फ्लैट नं 101, प्रगति अपार्टमेंट इंदौर शंभुनाथ गुप्ता की सास अंगूरी देवी के नाम से खरीदा गया था। इसी प्रकार शंभुनाथ गुप्ता के नाम पर एक आवासीय भूखंड क्रमांक बी-48 चंद्र नगर कॉलोनी में एवं एक भूखंड स्वयं व पुत्री पूजाश्री गुप्ता के नाम पर पाया गया। गुप्ता अभी ग्वालियर में पदस्थ है।
कुल आय से 66 फीसद ज्यादा संपत्ति
डीएसपी आनंद यादव ने बताया कि जांच में गुप्ता की 1 अप्रैल 1979 से 31 जनवरी 2007 तक कुल चल एवं अचल संपत्ति 26 लाख 61 हजार 329 रुपए पाई गई, जबकि 28 वर्ष के सेवाकाल में उसकी वैधानिक आय 23 लाख 24 हजार 183 रुपए होनी थी। इसके अलावा इस दौरान कुल खर्च/निवेश 12 लाख 12 हजार 53 रुपए होना पाया गया है, जो कुल आय से 66.66 प्रतिशत अधिक है।
ये थी शिकायत
अधिकारियों ने बताया कि ईओडब्ल्यू को मिली शिकायत में कहा गया था कि गुप्ता ने सरकारी सेवा के दौरान गलत कर निर्धारण एवं अन्य तरीकों से रिश्वत लेकर भ्रष्टाचार कर करोड़ों की संपत्ति जमा की है, जिसमें इंदौर में मकान, फ्लैट, प्लॉट, कार, करोड़ों रुपए का निवेश, बैंकों में खाते हैं। उनका बेटा अमेरिका में पढ़ रहा है। एक बेटी की शादी पर 50 लाख रुपए खर्च किए गए। इसके अलावा काफी मात्रा में सोना, चांदी के जेवरात हैं।