
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चोहान के साथ मुलाकात करने के बाद अभय मिश्रा ने प्रेस को जारी विज्ञप्ती में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज संगठन अपने अधिकारो के लिए पिछले छह माह से अनुनय विनय से शुरू होकर आंदोलन की राह तक पहुॅच गया एंव विभिन्न उतार चढावो से होते हुए चार जनवरी को उनके समक्ष आंदोलन समाप्ती की घोषणा कर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रति न्याय की अपेक्षा के साथ पंचायतीराज के अधिकारो के बागडोर मुख्यमंत्री के हाथों सौप दी थी । बकौल अभय मिश्रा तब मुख्यमंत्री ने कहा आंदोलन से नही दिल से दूगा, अब पंचायतीराज के जनप्रतिनिधियो की लडाई मेरी हैं जितना मांगा हैं उससे ज्यादा दूगा। लेकिन हमारी रणनीति में थोडी से चूक यह रही कि हम अपनी बात मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के समक्ष प्रत्यक्ष तौर पर मिलकर रख नही सकै, शायद हमें इसलिए अपने अधिकारो को पाने के लिए लंबा सर्घष करना पडा।
अभय मिश्रा ने कहा कि जनवरी के बाद आज हम मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान से उनके निवास पर मिले और मुख्यमंत्री ने जो कहा था उसे चरितार्थ कर दिखाया। बहुत बडे हद्वय का परिचय देकर पंचायतीराज के जनप्रतिनिधियों का दिल जीत लिया।
मिश्रा ने कहा कि शासन के द्वारा दिये जा रहे अधिकारो से हम उपकृत और अभिभूत हैं और त्रिस्तरीय पंचायतीराज संगठन ने निणर्य लिया हैं कि छह फरवरी को भोपाल में पंचायतीराज की महापंचायत में मुख्यमंत्री का अब तक का सबसे बडा सम्मान करेगा। जिसके लिए मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी हैं। अभय मिश्रा और डी पी धाकढ ने सभी निर्वाचित प्रतिनिधियो से अपील की हैं कि मुख्यमंत्री जी ने हमारा जो मान रखा हैं उससे कही बडा उनका सम्मान करने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों को छह फरवरी को भोपाल में एकत्रित होना होगा।