इंदौर। खेलों में भ्रष्टाचार पर गहरी नाराजगी जताते हुए मध्यप्रदेश की खेल व युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि खुद खिलाड़ी रहने के दौरान उन्होंने खिलाडिय़ों को पक्षपात का शिकार होते देखा है। सिंधिया राष्ट्रीय स्तर की घुड़सवार रह चुकी हैं। उन्होंने राज्य के खेल कोचों के सामने स्पष्ट कर यिदा कि खिलाडिय़ों के साथ अन्याय बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा।
सिंधिया ने बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में 'कैलासा बास्केटबॉल एरेना' के शिलान्यास समारोह में कहा, 'मैंने अपने खेल जीवन में साथी खिलाडिय़ों को पक्षपात और भाई-भतीजावाद का शिकार होते देखा है। ' उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आर्थिक मदद में कमी के चलते हम खिलाड़ी जैसे तैसे अपना काम चलाते थे। हम खिलाड़ी ही जानते थे कि हमारी और हमारे घोड़ों की खुराक का इंतजाम किस तरह किया जाता था। जब हम खिलाड़ी अपनी समस्याएं लेकर मंत्री के पास जाते थे, तो उसके दरवाजे बंद मिलते थे।
खेल मंत्री ने कहा, 'मैंने अपने खेल जीवन में खिलाडिय़ों के साथ अन्याय होते देखा है। इसलिए खेल मंत्री बनने के बाद मैंने तय किया है कि मैं अपने देख के खिलाडिय़ों के साथ अन्याया नहीं होने दूंगी। मैंने अपने कोचों को साफ बता दिया है कि खिलाडियों के चयन में भाई-भतीजावाद और किसी तरह की अनुचित सिफारिश बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।